प्रिय मित्रो ! दिन सप्ताह और महीनों में बटा २०१० बस कुछ घंटों में अलविदा कहने वाला है , मैंने सोचा आने वाले
वर्ष के लिए आपसे कुछ कहूं :-
कौन जाने उस सुनहरी भोर का आलम
इस लिए ही लिख रहा मैं आज यह तहरीर
दे रहा शुभ कामनाएं मैं तुमेंह नव वर्ष कि
आगे बढ़ कर खुद लिखो तुम स्वयं कि तकदीर

और कुछ पंक्तियाँ इस तरह भी :-
क्षितज पर खड़ा नव दिवस कह रहा
चलो इन पलों को सुनहरा करें
गत वर्ष में जो रंग फीके रहे
आज फिर से उनेंह हम गहरा करें

बी एल गौड़

7 टिप्पणियाँ:

बहुत खूबसूरत ....नव वर्ष की शुभकामनायें

नव वर्ष की शुभकामनायें ।

बेनामी ने कहा… 30 दिस॰ 2010, 8:34:00 am  

आपको नव वर्ष मंगलमय हो!

बेनामी ने कहा… 31 दिस॰ 2010, 9:21:00 am  

विचारों से ओत-प्रोत सुन्दर रचना!
नववर्ष 2011 की हार्दिक शुभकामनाएँ!

आपको नव वर्ष मंगलमय हो!

आपको और आपके परिवार को मेरी और से नव वर्ष की बहुत शुभकामनाये ......

apki sabhi rachnayein bahut hi sunder hai

एक टिप्पणी भेजें

हमराही